टॉस जीत कर रोहित शर्मा ने बोलिंग का फैसला लिया। पाकिस्तान की शुरुआत अच्छी हुई, और कुछ ओवर में क्रिकेट प्रेमियों और ऐसा लगा कि कहीं रोहित शर्मा ने गलत फैसला तो नहीं लिया। उन्हें बैटिंग लेनी चाहिए थी। पहला विकेट 41 रन पर अब्दुल्लाह शफीक का गिरा, सिराज ने पहला विकेट लिया। फिर उसके बाद पाकिस्तान का दूसरा विकेट इमाम-उल-हक का गिरा, बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान ने पारी को संभाला और 58 गेंदों में 50 रन बना डाले, लेकिन 50 पार बनाकर वह पारी को लम्बा नहीं कर सके तो आउट हो गए। मोहम्मद रिजवान भी 69 गेंदों में 49 रन बनाकर आउट हो गए। उसके बाद कोई भी पाकिस्तानी खिलाड़ी अच्छा स्कोर नहीं बना सका और पूरी टीम 191 रन ही बना कर ऑल आउट हो गई, 42.5 ओवर में।
भारत की बाउलिंग की बात करें तो, शार्दुल ठाकुर को छोड़कर सभी गेंदबाजों ने 2-2 विकेट लिए, जिनके नाम हैं: जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, हार्दिक पंड्या, कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा। बोलिंग टीम भारत की काफी शानदार रही। सभी ने अच्छा योगदान दिया।
जीत के लिए 192 रन बनाने उतरी भारतीय टीम से शुबमन गिल ने 4 चौके मारे और 16 रन पर ही आउट हो गए। उन्होंने आते ही आक्रामक पारी खेलनी चाहिए थी और अपना विकेट शाहीन अफरीदी को दे दिया। फिर आए विराट कोहली भी 16 रन बनाकर जल्दी ही आउट हो गए। लेकिन एक ओर रोहित शर्मा तबादला बैटिंग कर रहे थे, उनका साथ देने आए श्रेयस अय्यर ने भी अच्छे रन बनाए और अच्छी हिटिंग की। रोहित शर्मा ने 63 गेंदों में 86 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन तब तक वे टीम को जीत के दरवाजे तक पहुंचा चुके थे, श्रेयस अय्यर ने 62 गेंदों में 53 रन बनाए और नॉट आउट रहकर टीम को 192 का लक्ष्य पहुंचा दिया। केएल राहुल और श्रेयस अय्यर नॉट आउट रहे और टीम ने 3 विकेट खोकर यह रन पूरा किया।
भारतीय टीम ने 3 मैचों में से 3 जीत करके काफी अच्छे लय में है। लगातार 8वीं बार हारकर, पाकिस्तान टीम का आत्मविश्वास ज़रूर कमजोर होगा। क्योंकि भारत और पाकिस्तान का मैच हाई प्रेशर का होता है और खिलाड़ियों के लिए यह झेल पाना सही मयने में मुश्किल होता है।