पाकिस्तान ने टॉस जीता और बैटिंग करने का फैसला किया। अब्दुल्लाह शफीक तो 9 रन बनाकर आउट हो गए। लेकिन कप्तान बाबर ने कप्तानी पारी खेली और 65 गेंदों में 50 रन बनाकर आउट हुए। उनके द्वारा बनाया गया स्कोर बहुत ही धीमा था, जैसा कि इस वनडे वर्ल्ड कप में हम देख रहे हैं। जिस गति से उन्हें ये रन बनाने चाहिए थे, वो गति से नहीं बन रहे थे। मोहम्मद रिजवान ने 27 गेंदों में 31 रनों की पारी खेली लेकिन जल्दी ही आउट हो गए। इफ्तिखार अहमद ने भी 31 गेंदों में 21 रन बनाए, लेकिन उनके भी आउट हो गए। सऊद शकील ने 52 गेंदों में 52 रन बनाए और शादाब खान ने 36 गेंदों में 43 रन बनाए और टीम को एक अच्छे स्कोर पर ले आए। लेकिन उनके बाद कोई और खिलाड़ी कुछ खास रन नहीं बना सका और पूरी टीम 46.4 ओवर में 270 रन पर सिमट गई।
बोलिंग की बात करें तो दक्षिण अफ्रीका से तबराइज शम्सी ने 4 विकेट लिए, मार्को जैंसन को 3 विकेट मिले, गेराल्ड कोट्सी को 2 विकेट मिले, और लुंगी एनगीडी को भी 1 विकेट मिला। दक्षिण अफ्रीका की बोलिंग टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया।
271 रनों का पीछा करने की कोशिश करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम की शुरुआत भी छोटी छोटी पारियों के साथ रही। तेम्बा बवुमा ने 27 गेंदों में केवल 28 रन बनाकर आउट हो गए। क्विंटन डे कॉक भी 14 गेंदों में तेज़ी से 24 रन बनाए और आउट हो गए। रैसी वान डे डुसेन भी 39 गेंदों में 21 रन बनाकर एडेन मार्कराम के साथ छोड़ दिए। एडेन मार्कराम ने 93 गेंदों में 91 रन बनाए और टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया, लेकिन उनके आउट होने के बाद कोई भी खिलाड़ी ज्यादा रन नहीं बना सका। हेनरिच क्लासेन भी सिर्फ 12 रन बनाकर आउट हो गए। डेविड मिलर से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वे भी सिर्फ 33 गेंदों में 29 रन बनाकर आउट हो गए। मैच काफी तेज था। लगातार विकेटें गिरने के बाद एक समय ऐसा लगा कि मैच पूरा पाकिस्तान की तरफ जा चुका है। दक्षिण अफ्रीका की 250० रन पर 8 विकेट चले गए थे। 21 रन अभी भी बचे थे। लेकिन कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं था जो बना सके। केशव महाराज ने पहले लुंगी एनगीडी के साथ मिलकर टीम के लिए 10 रन छोड़े, फिर 260 रन पर लुंगी एनगीडी का विकेट लिया। आखिरी विकेट था और टीम को अब भी 11 रन बनाने थे। 11 रन ही टीम के लिए बहुत बड़ा स्कोर था। लेकिन केशव महाराज ने धैर्य का पर्दार्शन करते हुए प्रति ओवर 2-3 रन जोड़ते हुए टीम को जीत दिलवाई। दक्षिण अफ्रीका हारते हुए भी यह मैच जीती।
बॉलिंग की बात करें, पाकिस्तान टीम की बोलिंग भी ठीक थी, लेकिन गेंदबाजों को सही समय पर लाना कुछ मुश्किल रहा, टीम के कप्तान का फैसला था। शहीन आफरीदी ने 3 विकेट लिए, उसमा मीर को भी 2 विकेट मिले, और मोहम्मद वसीम जूनियर और हरिस रौफ को भी 2-2 विकेट मिले।
दक्षिण अफ्रीका चेस करते समय दबाव ले लेती है। यह हमने कई बार देखा है। वे चाहे स्कोर कम हो या ज्यादा, आमतौर पर मैच हार जाते हैं। इस बार भी ऐसा होने वाला था, लेकिन अंत में उन्होंने विजय हासिल की और अब दक्षिण अफ्रीका पॉइंट टेबल में शीर्ष पर है। हम उन्हें इस जीत के लिए बधाई देते हैं।